परमेश्वर ने स्त्रियों को आशीष और अधिकार दिया है।

Apostle Winston Joseph Ministries
5 min readJan 13, 2022

--

उत्पत्ति 1:28 “और परमेश्वर ने उनको आशीष दी, और उनसे कहा,”फूलो-फलो, और पृथ्वी में भर जाओ, और उसको अपने वश में कर लो; और समुद्र की मछलियों, तथा आकाश के पक्षियों, और पृथ्वी पर रेंगनेवाले सब जन्तुओ पर अधिकार रखो।“

परमेश्वर ने जैसे आदम और हव्वा को आशीष दी है, ठीक उसी प्रकार आपको भी फूलने और फलने, और पृथ्वी में भर जाने की आशीष दिया है। यानी स्त्रियाँ ही वह माध्यम है, जो इस पृथ्वी पर वंश पैदा करने के लिये और पूरे पृथ्वी को भरने के लिये है सृजी गई है। परमेश्वर ने आपको अधिकार दिया है कि आप इस पृथ्वी पर राज्य कर सके। हर परेशानी और शैतान के ऊपर राज्य करने के लिये आपको अधिकार दिया गया है। इसलिए बाइबल भी लूका 10ः19 में कहता है “देखो, मैं ने तुम्हे साँपों और बिच्छुओं को रौंदने का, और शत्रु की सारी सामर्थ पर अधिकार दिया है; और किसी वस्तु से तुम्हें कुछ हानि न होगी।”

आइये हम देखेंगे कि परमेश्वर के नजरों में स्त्री क्या है ?

· आप सहायक है। (उत्पत्ति 2:18) परमेश्वर ने देखा कि आदम से कोई भी मेल नहीं खा रहा था यानी आप ही मेल खा सकती है, इसलिए आप बहुत ही विशेष है। (उत्पत्ति 2:20)

· आप कोई मजबूरी या कोई इŸोफ़ाक नहीं है और ना ही आप कोई व्यर्थ उत्पादन है, परन्तु आप बहुत ही कीमती है। (नीतिवचन 31:10)

· आप प्रभु यीशु के हाथों की सबसे उत्तम रचना है। (उत्पत्ति 2:22)

· आप प्रभु यीशु के मन में और विचारों में थे और है। (यशायाह 49:15–16)

· पृथ्वी भर में वंश पैदा करने के लिये स्त्री ही वो पात्र है। (उत्पत्ति 1:28)

आइये हम देखेंगे कि प्रभु यीशु स्त्री के विषय में क्या कहता है।

यूहन्ना 8:3–5 ”तब शास्त्री और फरीसी एक स्त्री को लाए, जो व्यभिचार में पकड़ी गई थी, और उसको बीच में खड़ा करके यीशु से कहा, ”हे गुरू, यह स्त्री व्यभिचार करते पकड़ी गई है। व्यवस्था में मूसा ने हमें आज्ञा दी है कि ऐसी स्त्रियों कों पत्थरवाह करें। अतः तू इस स्त्री के विषय में क्या कहता है?“

यहाँ पर एक स्त्री है, जो व्यभिचार में पकड़ी गई थी और जहाँ सब लोग उस स्त्री पर दोष लगाने के लिये उपस्थित थे, पर वहाँ प्रभु यीशु उस स्त्री को नई हस्ती बनाने के लिये उपस्थित थे। जैसे आप आगे वचन पढ़ेंगे तो आपको पता चलेगा कि दोष लगानेवाले सब लज्जित होकर निकल जाते है, सिर्फ यीशु और वह स्त्री वहाँ पर रह जाते है। जो भी आप के ऊपर दोष लगाते है, वे एक न एक दिन लज्जित होकर चले जाएंगे। सिर्फ आप प्रभु यीशु के साथ अंत तक रहेंगे।

वहाँ प्रभु यीशु उस स्त्री को नई हस्ती बनाने के लिये उपस्थित थे।

मैं आपको यह भी कहना चाहती हूँ कि यदि यीशु आपके साथ खडे़ रहेंगे तो वह आपको ना ही कभी छोडे़गा, ना ही कभी त्यागेगा और ना ही आप पर दोष लगाएगा क्योंकि आप उसकी रचना है। कई लोग आपके बारे में कुछ कहते होंगे कि यह खडूस है, झगडालू है, गुस्सेवाली है, व्यभिचारी है, बाँझ है, ये तो लायक ही नहीं है इत्यादि लेकिन हमें हमेशा यह ध्यान रखना है कि प्रभु यीशु आपके विषय में क्या कहता है और फिर उसी पर ध्यान केंद्रित करते रहना चाहिए।

प्रभु यीशु आपके विषय में क्या सोचता है-

· यीशु मसीह आप पर दोष नहीं लगाता है।

· यीशु मसीह आपको क्षमा करता है।

· यीशु मसीह आपको पवित्र बनाकर, पवित्र जीवन जीने के लिये अगुवाई करता है।

इसलिए हमेशा यह याद रखे कि प्रभु यीशु ही आपको पूरी तरह से समझ सकता है। किसी और स्त्री से यह आशा ना रखे कि वह आपको समझ सके और ना ही दूसरों से आत्मदया की अपेक्षा करे।

क्या आपने शुरूवात से अपनी उत्पत्ति, अपनी पहचान और अपने ओहदे को परमेश्वर की नजरिए से पूरी रीति से समझा है? परमेश्वर ने अद्भुत और भयानक रीति से मुझे और आपको माता के गर्भ में रचा है। यशायाह 49:15 कहता है, “क्या यह हो सकता है कि कोई माता अपने दूघपिते बच्चे को भूल जाए और अपने जन्माए हुए लड़के पर दया न करे? हँा, वह तो भूल सकती है, परन्तु मैं तुझे नहीं भूल सकता।”

बाइबल कितना सत्य है कि एक माँ अपने बच्चे को भूल सकती है, क्योंकि आज कल कितनी सारी स्त्रियाँ अपने गर्भ के बच्चे को गिरा देती है। लेकिन प्रभु यीशु मसीह ने आपका चित्र अपने हथेली पर बना कर रखा है और वह निरंतर आपको देखता रहता है जो कभी भी आपको भूल नहीं सकता। इसलिए परमेश्वर आपके साथ है, वो आपको कभी नहीं छोड़ेगा और ना ही कभी त्यागेगा।

प्रार्थना

पिता परमेश्वर, यीशु मसीह के नाम से, मैं आपके पास आती हूँ। प्रभु यीशु मैं आपके हाथों की रचना हूँ और मैं आपकी बेटी हूँ। आपने मुझे अपने स्वरूप और समानता में बनाया है, और अद्भुत रीति से मुझे माता के गर्भ में रचा है। आज से मैं अपना जीवन संपूर्ण रीति से आपके हाथों में समर्पण करती हूँ, और मैं आपके लिये ही जिऊँगी और आपकी ही सेवा करूँगी। मैं आपकी महिमा हूँ और शैतान के हर कार्य मेरे पाँवों तले है। धन्यवाद प्रभु यीशु मसीह, आप मेरे साथ है। यह प्रार्थना यीशु मसीह के नाम से माँगती हूँ।

आमेन

The Book- “WOMEN-THROUGH THE SIGHT OF JESUS” by our Beloved Madam Parveen Winston is AVAILABLE NOW.

This Book is a Must Read for all Women to know the beauty and strength of your creation and live an impactful life.

To order your Copies, Call us on +91–9324952878.

#christianbook #gospelbook #dealofthedays #hindibook #freeoffers #freebook #giftideas #bestbook #newbook #faith #newsletter #christiannewsletter #bestseller #bestauthor #faithteachings #gospelmagazine #christianmagazine #magazine2021 #book2021 #inspirationalbooks #mustreadbooks #lockdowngifts #womenoffaith #womenofgod #womenofbible #womenempowerment #womemenempoweringwomen #bibliophile #biblestudy #biblescriptures

Sign up to discover human stories that deepen your understanding of the world.

Free

Distraction-free reading. No ads.

Organize your knowledge with lists and highlights.

Tell your story. Find your audience.

Membership

Read member-only stories

Support writers you read most

Earn money for your writing

Listen to audio narrations

Read offline with the Medium app

--

--

Apostle Winston Joseph Ministries
Apostle Winston Joseph Ministries

Written by Apostle Winston Joseph Ministries

Prophet, Pastor, Mentor, Teacher, Amazing Man of God with a vigilant vision of winning souls and Christ’s Blood Washed India.

Responses (2)

Write a response